5 Easy Facts About पारद शिवलिंग महत्व Described
5 Easy Facts About पारद शिवलिंग महत्व Described
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आइए जानें, इसकी आराधना और स्थापना करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
एक विशेष — वरील लेख वाचल्यानंतर आपल्याला जर शिवलिंग सथापन करण्याचा मोह आवरता आला नाही तर कृपया रोज १५ मिनिटे शिवपुजनात देण्याची तयारी असेल तरच सथापन करा.
नवग्रहों से जो अनिष्ट प्रभाव का भय होता है, उससे मुक्ति भी पारद शिवलिंग से प्राप्त होती है।
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यदि घर में शिवलिंग रखा है, तो उसकी प्राण प्रतिष्ठा ना करवाएं। लेकिन इसकी पूजा और अभिषेक जरूर करना चाहिए।
हां, आपको अवश्य ही कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। सबसे पहले, किसी विश्वसनीय विक्रेता से ही शिवलिंग खरीदें। शिवलिंग का आकार और गुणवत्ता अच्छी होनी चाहिए, किसी भी तरह का क裂 या खरोंच नहीं होना चाहिए। आप अपनी इच्छानुसार छोटे या बड़े आकार का शिवलिंग चुन सकते हैं।
पारद शिवलिंग को घर में स्थापित करने से कई लाभ प्राप्त होते हैं, जिनमें शामिल हैं:
पारद here शिवलिंग ज्या घरात असेल तेथे अकाल मृत्यू चे भय राहत नाही.
शिवलिंग: ज्योतिषीय महत्व, स्थापना विधि एवं मंत्र
नांदेड पासून परभणी ७० कि.मी. अंतरावर आहे.
नर्मदेश्वर शिवलिंग को सबसे ज्यादा सर्वाधिक शक्तिशाली और पवित्र माना जाता है.
पारद के कुछ अचूक उपायों का विवरण निम्नलिखित है, जिन्हें आप स्वयं प्रयोग कर अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति कर सकते हैं: